चलो सखी सौतन के घर लिरिक्स (Chalo Sakhi Sautan Ke Ghar Lyrics in Hindi) – Pallavi Ishpuniyani, Shyam Joshi | Bengal 1947

चलो सखी सौतन के घर के लिरिक्स | Bengal 1947 का पारंपरिक लोक गीत। Pallavi Ishpuniyani और Shyam Joshi की मधुर आवाज़ें। विरह और सौतन के भावों को दर्शाता गीत।

Chalo Sakhi Sautan Ke Ghar Song Poster from Bengal 1947

Chalo Sakhi Sautan Ke Ghar Lyrics in Hindi – Full Song Lyrics (चलो सखी सौतन के घर)

चलो सखी सौतन के घर जईहे
चलो सखी सौतन के घर जईहे
चलो सखी सौतन के घर जईहे

चलो सखी सौतन के घर जईहे

मान घटे तो का घट जईहे
मान घटे तो का घट जईहे
पीके दर्शन पईहे
पीके दर्शन पईहे

चलो सखी सौतन के घर जईहे

आ आ आ सौतन के घर जईहे
चलो सखी सौतन के घर जईहे

यह जोवन अंजलि को पानी
यह जोवन अंजलि को पानी

इह जोवन अंजलि को पानी

इह जोवन अंजलि को पानी
समां रहे पछ्तइहे

चलो सखी सौतन के घर जईहे

धोधि के प्रभु रस बस कलिहे
तन की तपत बुझइहे

चलो सखी सौतन के घर जईहे
चलो सखी सौतन के घर जईहे

चलो सखी सौतन के घर जईहे

चलो सखी सौतन के घर जईहे
आ आ आ आ आ
चलो सखी सौतन के घर जईहे...!!!

गीतकार: ट्रेडिशनल (ढोंढ नायक)


About Chalo Sakhi Sautan Ke Ghar (चलो सखी सौतन के घर) Song

यह गाना एक classic folk song "Chalo Sakhi Sautan Ke Ghar" पर based है, जिसे singers Pallavi Ishpuniyani और Shyam Joshi ने अपनी beautiful voices दी हैं। Music composer Priyabrata Panigrahi (Pani) ने इसकी composition और rearrangement की है, और lyrics traditional (Dhondh Nayak) हैं। यह song movie "Bengal 1947" का हिस्सा है, जिसमें actors Devoleena Bhattacharjee और Aditya Lakhia हैं, और music Zee Music Company पर available है।

इस गाने की lyrics का main theme एक woman का अपनी सखी के साथ सौतन (rival wife) के घर जाने का journey describe करना है। वह कहती है, "चलो सखी सौतन के घर जईहे," जिसका मतलब है कि अगर pride घटे तो क्या फर्क पड़ता है, क्योंकि उसे अपने पिया के दर्शन हो जाएंगे। Lyrics में youth को अंजलि का पानी बताया गया है, जो बहुत जल्दी बीत जाता है, और इसलिए समय रहते decision लेना जरूरी है, नहीं तो बाद में पछताना पड़ेगा।


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