हारा रे चँदा के लिरिक्स। Manan Bhardwaj का गाया और लिखा यह उदास गीत Saali Mohabbat फिल्म से है। चाँद की अकेली और हारी हुई दास्तान। पूरे बोल पढ़ें।
Hara Re Chanda Lyrics in Hindi – Full Song Lyrics (हारा रे चँदा)
हारा रे चँदा हारा, रात से बेचारा
हारा रे चँदा हारा, रात से बेचारा
हारा रे चँदा हारा, रात से बेचारा
हारा रे चँदा हारा, रात से बेचारा
रात है काली, चँदा बेचारा
कोई नहीं है अब सहारा
रौशनी कब तक वो ढूँढेगा
जो था रौशनी का सहारा
हारा रे चँदा हारा, चाँदनी का मारा
हारा रे चँदा हारा, रात से बेचारा
सुबह भी क़रीब थी
क्या पता था? रक़ीब थी
हाँ सुबह भी क़रीब थी
क्या पता था? रक़ीब थी
क़िस्मत भी अजीब थी
क़िस्मतों का मारा
हारा रे चँदा हारा, रात से बेचारा
हारा रे चँदा हारा, रात से बेचारा
टूटा है एक तारा..हा..
टूटा सा एक तारा
हारा रे चँदा हारा
टूटा सा एक तारा
हारा रे चँदा हारा..!
गीतकार: मनन भारद्वाज
About Hara Re Chanda (हारा रे चँदा) Song
यह गाना "हारा रे चँदा" है, जो movie "Saali Mohabbat" का हिस्सा है, इस movie में Radhika Apte, Divyenndu, Sauraseni Maitra और Anshumaan Pushkar ने काम किया है, गाने को Manan Bhardwaj ने लिखा, गाया और compose किया है, और यह Zee Music Company के अंतर्गत आता है।
गाने के lyrics में चाँद और रात की एक दुखभरी कहानी है, जहाँ चाँद खुद को अकेला और हारा हुआ महसूस करता है, क्योंकि रात बहुत काली है और उसका कोई सहारा नहीं रहा, वह रोशनी ढूंढ रहा है, पर जो उसकी रोशनी का सहारा था वह अब नहीं है, lyrics बार-बार "हारा रे चँदा हारा, रात से बेचारा" दोहराते हैं, जिससे उदासी का भाव और गहरा हो जाता है।
गाने में आगे बताया गया है कि सुबह करीब थी, लेकिन पता नहीं था कि वह दुश्मन (रक़ीब) साबित होगी, किस्मत भी अजीब थी और चाँद किस्मतों से हार गया, अंत में एक टूटा हुआ तारा भी दिखाया गया है, जो चाँद की हार और टूटन को और बढ़ाता है, यह गाना प्यार, अकेलापन और जीवन की अनिश्चितताओं को बहुत खूबसूरती से बयां करता है।