घोटाला लिरिक्स (Ghotala Lyrics in Hindi) – Aman Pant, Siddharth Sen, Akhil Tiwari | Single Papa

घोटाला के लिरिक्स। Single Papa का रिलैटेबल और कैची ट्रैक। Aman Pant, Siddharth Sen और Akhil Tiwari की आवाज़ में ज़िंदगी की उलझनों और अनियमितताओं का हास्यपूर्ण चित्रण।

Ghotala Song Poster from Single Papa

Ghotala Lyrics in Hindi – Full Song Lyrics (घोटाला)

आढ़ी टेढ़ी जिंदगी के,
टेढ़े-मेढ़े रास्तों पे
होता रहता है, घोटाला...
भरी दुपहरी में,
इस दुनियादारी में
होता रहता है, घोटाला...

कभी चिल मिली, कभी हील मिली
कभी उड़ती पतंग को है ढील मिली
अरे लटके हवा में है
कुछ हम तो ऐसे कि
ना आसमा, ना जमीन मिली

झोल झपाटो में
दिन और रातों में
होता रहता है, घोटाला...

घोट..घोट..घोट., घोट..घोट..घोट..
घोट..घोट..घोट., घोट..घोट..घोट..
घोटाला घोटाला घोटा
घोट..घोट..घोट..
घोटाला घोटाला घोटा
घोट..घोट..घोट..
घोटाला घोटाला घोटा
घोट..घोट..घोट..
घोटाला घोटाला घोटा
घोट..घोट..घोट.., घोटाला...

जहाँ जिधर, जाती नजर
लगे ऑफ रोअडिंग सी है ये डगर
हचके हैं हम, जाए किधर?
पड़े कूद इसमें या जाए ठहर

झूठन का कोई मौका नहीं
जिंदगी ये तो (?) वैसी है
पहना के टोपी, है काटे चिकोटी
मजा लेके चल देती हैं

शोर सन्नाटों में
छोटी-छोटी बातों में
होता रहता है, घोटाला...

घोट..घोट..घोट., घोट..घोट..घोट..
घोट..घोट..घोट., घोट..घोट..घोट..
घोटाला घोटाला घोटा
घोट..घोट..घोट..
घोटाला घोटाला घोटा
घोट..घोट..घोट..
घोटाला घोटाला घोटा
घोट..घोट..घोट.., घोटाला...

गड्ढे बड़े, उबड़-खाबड़
ढीले पड़े, अंजर-पंजर
झटके लगे, टूटी कमर
लफड़े बड़े, है छोटी उमर

मुश्किल बड़ी है धमा चौकड़ी
ये तो दुनिया हिलोरे सी है
क्या गड़बड़ी है? ये कैसी घड़ी है?
कि हालत जमूरे सी है

सैर सपाटों में, हर मुलाकातों में
होता रहता है, घोटाला...आ..

आ..घोट..घोट..घोट.,
आ..घोट..घोट..घोट.,
घोट..घोट..घोट., घोट..घोट..घोट..
घोट..घोट..घोट..
घोटाला घोटाला घोटा
घोट..घोट..घोट..
घोटाला घोटाला घोटा
घोट..घोट..घोट.., घोटाला...!

गीतकार: अखिल तिवारी


About Ghotala (घोटाला) Song

यह गाना "घोटाला", जो Single Papa web series का हिस्सा है, एक बेहद relatable और rhythmic track है, जो जिंदगी की उलझनों और अनियमितताओं को दर्शाता है। गाने के credits में Kunal Kemmu, Prajakta Koli और Manoj Pahwa जैसे actors शामिल हैं, और इसे T-Series ने release किया है, music और sound design Aman Pant का है, lyrics Akhil Tiwari ने लिखे हैं, और इसे Aman Pant, Siddharth Sen और Akhil Tiwari ने गाया है। 

गाने की शुरुआत आढ़ी-टेढ़ी जिंदगी और टेढ़े-मेढ़े रास्तों से होती है, जहाँ हर कदम पर "घोटाला" यानी confusion और chaos होता रहता है, lyrics में भरी दुपहरी और दुनियादारी के बीच इसी feeling को capture किया गया है, फिर गाना आगे बढ़ता है कभी चिल मिली, कभी हील मिली जैसी lines के साथ, जो जीवन के unpredictable moments को दिखाती हैं, जैसे उड़ती पतंग को ढील मिलना या हवा में लटके रहना, यहाँ इंसान की वह स्थिति दर्शाई गई है जहाँ ना आसमान मिलता है ना जमीन, बस झोल झपाटों और दिन-रात के बीच घोटाला चलता रहता है। 

गाने का chorus "घोट..घोट..घोटाला" एक catchy और repetitive pattern बनाता है, जो listener के दिमाग में बस जाता है, अगले भाग में lyrics कहती हैं कि जहाँ भी नजर जाती है, रास्ता ऑफ रोडिंग जैसा लगता है, हम हचकते हैं और सोचते हैं कि इसमें कूदें या ठहर जाएँ, जिंदगी ऐसी है कि झूठन का मौका नहीं देती, पहनाकर टोपी और काटकर चिकोटी, यानी मुसीबतों और मजाक के बीच का balance, शोर और सन्नाटे में, छोटी-छोटी बातों में भी घोटाला होता रहता है। 

आखिरी भाग गड्ढे, उबड़-खाबड़ रास्ते, झटके और लफड़ों की बात करता है, जहाँ मुश्किलें बड़ी हैं और दुनिया हिलोरे लेती है, lyrics पूछती हैं कि ये कैसी घड़ी है कि हालत जमूरे जैसी हो गई है, हर सैर-सपाटे और मुलाकात में घोटाला मौजूद है, इस तरह यह गाना पूरी तरह से modern life के ups और downs, uncertainties और humorous struggles को simple Hindi और engaging rhythm के साथ present करता है।


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