ओ री अखियां लिरिक्स (O Ri Akhiyaan Lyrics in Hindi) – Manu Singh, Suvarna Tiwari | Aayushmati Geeta Matric Pass

ओ री अखियां गाने के बोल | Aayushmati Geeta Matric Pass का emotional heartbreak song। Manu Singh और Suvarna Tiwari की voices। Lost love और confusion की feeling।

O Ri Akhiyaan Song Poster from Aayushmati Geeta Matric Pass

O Ri Akhiyaan Lyrics in Hindi – Full Song Lyrics (ओ री अखियां)

ओ री अँखियां, तेरी बतियाँ, कैसे मैं समझाऊं?
अंधी रतियों को मैं कैसे? भोर तलक ले जाऊं
दोपहर में दिन है डूबा, मन को क्या बतलाऊं?
ख्वाब का धागा है उलझा, कैसे मैं सुलझाऊं?

रेत जैसे हाथ में से, फिर गिर तू सा है
साँस सा था साथ मेरे और वो खो गया सा है
मुझसे तू खो गया सा है
रेत की तरह गिर गया सा है

ओ री अँखियां तोरी बतियाँ, कैसे मैं समझाऊं?
अंधी रतियों को मैं कैसे? भोर तलक ले जाऊं
आँख में से आंसू बनके, ख्वाब छन में बुझा सा है
रौशनी थी जिस जगह पे, अब वहाँ पे धुँआ सा है
ख्वाब छन में बुझा सा है, आँख में अब धुँआ सा है

ओ री अँखियां, तेरी बतियाँ, कैसे मैं समझाऊं?
अंधी रतियों को मैं कैसे? भोर तलक ले जाऊं
दोपहर में डूबा है दिन, मन को क्या बतलाऊं?
ख्वाब का धागा है उलझा, कैसे मैं सुलझाऊं?

आसमां भी है परेशान और जमीं भी परेशान है
रुत ये कैसी है? कि जिसमें
हर कोई ही परेशान है
आसमां भी है परेशान
आसमां भी है परेशान और जमीं भी परेशान है

स्वपन है सब, कह के कैसे?
सच को मैं झूठलाऊं
ओ री अँखियां, तेरी बतियाँ, कैसे मैं समझाऊं?
अंधी रतियों को मैं कैसे? भोर तलक ले जाऊं

दोपहर में डूबा है दिन, मन को क्या बतलाऊं?
ख्वाब का धागा है उलझा, कैसे मैं सुलझाऊं?

गीतकार: कबीर केवल


About O Ri Akhiyaan (ओ री अखियां) Song

यह गाना एक deep emotional love और loss के feeling को express करता है। Singer अपनी love story के complicated emotions को समझाने की कोशिश कर रहा है, वह कहता है "O Ri Akhiyaan, तेरी बतियाँ, कैसे मैं समझाऊं?" उसकी परेशानी clear है जब वह पूछता है कि अंधी रातों को भोर तक कैसे ले जाए, और कैसे ख्वाब के उलझे धागे को सुलझाए। Lyrics में एक beautiful comparison है, जहाँ प्यार रेत की तरह हाथों से फिसल जाता है और साथ छूट जाता है, जैसे साँस खो जाए। 

गाने का mood और भी intense हो जाता है जब वह बताता है कि आँखों के आंसू ख्वाबों को बुझा देते हैं, और जहाँ रौशनी थी वहाँ अब धुँआ है। यह feeling describe करता है कि चारों तरफ परेशानी है, आसमान और जमीन दोनों परेशान हैं, और हर कोई confused है। Singer सच और सपने के बीच के difference को समझाने की कोशिश करता है, और फिर से वही main question दोहराता है - कैसे वह इन अंधी रातों को सुबह तक ले जाए और अपने उलझे हुए दिल के emotions को समझाए।