घर आजा लिरिक्स (Ghar Aaja Lyrics in Hindi) – Rekha Bhardwaj | Kaam Chalu Hai

घर आजा के बोल | Kaam Chalu Hai का मार्मिक गीत जहाँ एक माँ अपने बच्चे को वापस बुलाती है। Rekha Bhardwaj की भावपूर्ण आवाज़ में घर और माँ के प्यार का एहसास।

Ghar Aaja Song Poster from Kaam Chalu Hai

Ghar Aaja Lyrics in Hindi – Full Song Lyrics (घर आजा)

मैं तुझसे अब रूठूँगी ना
लौट के घर अब आजा
मन घबराए, काहे सताए?
सांझ हुई अब आजा

रे.. हाँ...हाँ..हाँ हाँ

एक बार फिर से मां तू कह दे
भूख लगी बस इतना कह दे
देख अब तू ऐसे सताना
आँखें खोल गले से लगाना

आ.. दे रे ना, हाँ..दे रे ना

याद है मुझको प्यारा दिन वो
नन्ही परी घर जिस दिन आई
लाडो मेरी, मेरी बिटिया
बस कर खेलना छुपन छुपाई

मैं तुझसे अब रूठूँगी ना
लौट के घर अब आजा
मन घबराए, काहे सताए?
सांझ हुई अब आजा

गीतकार: पलाश मुच्छल


About Ghar Aaja (घर आजा) Song

यह जानकारी एक बहुत ही मार्मिक गाने "घर आजा" के बारे में है, जो फिल्म "Kaam Chalu Hai" का है। इस गाने को Rekha Bhardwaj ने गाया है और इसका संगीत तथा गीत Palaash Muchhal ने दिया है। फिल्म में Rajpal Yadav, Gia Manek और Kurangi Nagraj मुख्य कलाकार हैं, और यह गाना Zee Music Company पर उपलब्ध है। गाने के बोल एक माँ की भावनाओं को दर्शाते हैं, जो अपने बच्चे को घर वापस बुला रही है, उससे कह रही है कि अब वह नाराज़ नहीं होगी और उसे घर लौट आना चाहिए।

गीत की शुरुआत पंक्तियों "मैं तुझसे अब रूठूँगी ना, लौट के घर अब आजा" से होती है, जो सीधे दिल को छू लेती हैं। माँ पूछती है कि तू मन क्यों घबराता है और खुद को क्यों सताता है, शाम हो गई है अब घर आ जा। फिर गाने में एक यादगार पल का ज़िक्र है, जब एक छोटी परी की तरह बच्ची घर आई थी, माँ उसे "लाडो मेरी, मेरी बिटिया" कहकर पुकारती है और उससे बस छुपन-छुपाई खेलने की इच्छा जताती है।

आखिरी हिस्से में गाना फिर से वही मुख्य भावना दोहराता है, माँ का प्यार भरा आह्वान कि "मैं तुझसे अब रूठूँगी ना, लौट के घर अब आजा"। यह गाना पारिवारिक प्यार, माँ की चिंता और घर की सुरक्षित गोद की भावना को बहुत ही सरल और भावुक शब्दों में पेश करता है, जिसे Rekha Bhardwaj की आवाज़ ने और भी ज़्यादा स्पर्शी बना दिया है।


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