द सावरकर रेज के बोल | फिल्म का सबसे जोशीला और आक्रामक रैप ट्रैक। Sambata के गायन में क्रांति की गूंज। सावरकर के क्रांतिकारी रोष को समर्पित।
The Savarkar Rage Lyrics in Hindi – Full Song Lyrics (द सावरकर रेज)
स्वतंत्र सावरकर वीर,
या मातीचा पुत्र, या मातीचा हीरा,
खबरदार!
भित्रानो माग फिरा, नहीं तर पर्वतालो बेठतो माझ्या नजरेचा तीर,
हा आहे क्रांतीचा शस्त्र, शस्त्र चा उत्तर मे ठेवतो शस्त्र।
माझा हिंसेचा पत्र, तुमचा चरित्र भीतर,
इतिहासाचा पानांवर माझा चित्र,
शत्रूंवर करील मी गावा साबोट क्रांतिकारी मित्र,
इंग्रज में कयाम चे झोपवतो जेव्हा मी खोलतो नेत्र,
खोलतो डोला तीसरा आता गुलामी विसरा, हा!
अम्ही क्रांतिकारणी जलाली गुलामी,
अखंड भारताचा वीराणा प्रचंड उंचा सलामी,
देशसाठी कुर्बानी प्राणांची बली दिली गर्वाणी,
गोल्या आणि टॉप झेलती मर्दाची छाती मर्दाणी हा,
मी जजवले देशभक्त धर्माणी क्रांतिकारी कर्माणी,
रख्त हौसला तूफानी।
ना रोक सकता गोरा, ना रोक सकता काला पानी,
सत्ता इस साल, ना बा का बाल,
टूट ता पर झुकता नहीं माँ का लाल, जेल भी फैल,
कुत्ते मूत ते शान से जब चलता शेर,
मेरा पुस्तक पढ़के बच्चे खेलते खून का खेल,
कीमती खजानों से बढ़कर है देश का मेल।
मिट्टी का कर्ज और बेटे का फर्ज,
अंगावर नई खोटी खड़ी,
मैं नहीं जातिवादी,
माझासाठी समान आहे मंदिर मस्जिद आणि गुरुद्वारा चर्च,
फिर भी नाम है बदनाम,
मेरे नाम का है शोर,
सावरकर लेके आया क्रांति का दौर,
डाल दिमाग पे जोर,
कर किस्सो पे गौर,
मेरा हर एक कदम चलता आज़ादी की वोर।
माझी चालवल आहे मोठी मला रास्ता सोड,
मन्यातना मोड जारका कडली खोद।
आला मातीचा प्रश्न तर नाती विसरून,
नवी हत्यारा जोड सांगतो हक्काणी।
अम्ही स्वतंत्र संग्राम सेना,
आणि हिंसेची तलवार पण महत्वाची,
आत्मा रक्षा फक्त होत नसते प्रेमानी,
गुलामी नहीं मान्या मला,
में वीरगति स्वीकरतो स्वाभिमानी।
काणी माझा कळिज थरथर ला सावरकर आला,
धरती माता कापली आणि धमाका झाला,
मी उचलला शस्त्र तर शत्रू गडबड ला सागर,
देशसाठी प्राण तलमल ला।
गीतकार: संभटा
About The Savarkar Rage (द सावरकर रेज) Song
यह गाना "द सावरकर रेज" है, जो फिल्म "Swatantrya Veer Savarkar" से है, इसमें Randeep Hooda, Ankita Lokhande और Amit Sial मुख्य भूमिकाओं में हैं, यह गाना Zee Music Company पर उपलब्ध है।
गाने को Sambata ने लिखा, संगीत दिया और रैप किया है, यह एक शक्तिशाली और ऊर्जावान रैप ट्रैक है, जो वीर सावरकर के जीवन और क्रांतिकारी विचारों को दर्शाता है।
गाने के बोल में सावरकर को "मातीचा पुत्र" और "मातीचा हीरा" कहा गया है, जो उनकी देशभक्ति और बलिदान को दिखाता है, बोल कहते हैं "खबरदार!" यानी सावधान, यह गाना क्रांति का एक शस्त्र है, जो अंग्रेजों के खिलाफ आजादी की लड़ाई को जोरदार तरीके से बयां करता है।
इसमें सावरकर के हिंसक संघर्ष, जेल यातनाओं और अखंड भारत के सपने का जिक्र है, गाना कहता है कि सावरकर ने गोलियां और तोपें झेली, लेकिन झुके नहीं, वे एक सच्चे क्रांतिकारी और देशभक्त थे, जिन्होंने देश के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया।
गाने में सावरकर की विचारधारा को भी दर्शाया गया है, वे जातिवाद के खिलाफ थे और मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च सभी को समान मानते थे, लेकिन फिर भी उनका नाम विवादों में रहा।
गाना कहता है कि सावरकर ने क्रांति का दौर लाया, उनके हर कदम ने आजादी की लड़ाई को मजबूत किया, वे गुलामी स्वीकार नहीं करते थे और आत्मरक्षा के लिए हिंसा को जरूरी मानते थे।
अंत में गाना एक शक्तिशाली संदेश देता है कि सावरकर के आने से धरती कांप उठी, उन्होंने शस्त्र उठाया और देश के लिए अपने प्राण तक न्योछावर कर दिए, यह गाना सुनने वाले को देशभक्ति और बलिदान की भावना से भर देता है।