शहर शहर लिरिक्स (Sheher Sheher Lyrics in Hindi) – Kartik Kush, Arittra Nayak | The Sabarmati Report

शहर शहर गाने के बोल | The Sabarmati Report का powerful, hard-hitting social commentary। Kartik Kush और Arittra Nayak की intense voices। Communal violence पर emotional song।

Sheher Sheher Song Poster from The Sabarmati Report

Sheher Sheher Lyrics in Hindi – Full Song Lyrics (शहर शहर)

उठ जा, रुक जा

शहर शहर जल रहा
हवा में है क्यों धुँआ?
सड़कें लाल लाल क्यों?
लहू का रंग हर जगह

फरक फरक तुझ में
मुझ में नफरत ही भरा
भीड़ की शक्ल में निकला
फिर से काल ये प्रचंड सा

आँख के बदले आँख
आग के बदले आग
राख कर दी दुनिया तूने
जला के समाज
सर कलम कितने हुए?
कितनों की बिछी लाश है?

किसी की गलती किसी का कसूर
कौन गुनेहगार है?

कल का मसला बढ़ के फटा था
दो पल में बंध के छलता असला
खबर खबर उड़ती है फिर
ले खेल किसी का तुम्हारा बदला

शहर शहर जल रहा
हवा में है क्यूँ धुँआ?
सड़क लाल लाल क्यूँ?
लहू से है ये भरा

मनवा रुआब छे
कपाड़ मा तनाव छे
आग छे बा उकड़ या छे
हा रस्ता विचार छे
सत्य शु असत्य शु
अ हत्या निवार छे
सर्वनाश नू अपूत
पग पग झलकाये छे, रक्त देयो

रक्त देयो रक्त मारा
जिवडा ने शांति देयो
कहु सु कोनो हा कहु सु बोलो
आतंक नी हवस मनवा तरस
मारु शिकार नत समाज
नथया सृष्टि नत समान

आग छे बढ़े छे
हर कोई ना रोक सके छे
मृत्युदंड कर्म धर्म पक्ष पर्व सर्वनाश
रक्त जलता है प्रचंड
धीन सब तो का तमाम

मृत्युदंड कर्म धर्म पक्ष पर्व सर्वनाश
रक्त जलता है प्रचंड
धीन सब तो का तमाम
जाति धर्म शर्मनाक है
बाड़ी नाख हो एक आवाज
शस्त्र आग दे दहाड़
कर प्रहार, आग ही आग

आग ही आग, कर प्रहार

शहर शहर जल रहा
हवा में है क्यूँ धुँआ?
सड़क लाल लाल क्यूँ?
लहू से है ये भरा
उठ जा

आग छे बढ़े छे
हर कोई ना रोक सके छे

गीतकार: कार्तिक कुश, इंस्पेक्टा जी, सीसुर, हर्ष राजू पालविया


About Sheher Sheher (शहर शहर) Song

यह 'Sheher Sheher' गाना एक बहुत ही गहरी और emotional story बताता है। गाने की शुरुआत ही सवालों से होती है, "शहर शहर जल रहा, हवा में है क्यों धुँआ?" यह एक भयानक communal violence या दंगे का scene describe करता है, जहाँ सड़कें लाल हैं और हर तरफ खून है। Lyrics बताते हैं कि कैसे लोगों के दिलों में नफरत भर गई है, और एक भीड़ एक भयंकर रूप ले लेती है। गाना सवाल पूछता है, "कितने सर कलम हुए? कितनों की बिछी लाश है?" यह पूरी तरह से एक त्रासदी का चित्रण है। 

फिर गाने में एक strong Gujarati Rap part आता है, जो पूरे mood को और भी intense बना देता है। Rap words like 'रक्त देयो' (खून देना) और 'आतंक' का इस्तेमाल करता है, जो violence और chaos को दिखाता है। यह बताया गया है कि आग बहुत बढ़ गई है और अब कोई भी इसे रोक नहीं सकता। गाना society में फैली हिंसा, जाति और धर्म के नाम पर हो रही लड़ाई को दिखाता है, और यह message देता है कि यह सब 'शर्मनाक' है। पूरा गाना एक powerful social commentary की तरह है, जो listeners को सोचने पर मजबूर कर देता है।


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