क़िस्मत की चाबी लिरिक्स (Kismat Ki Chaabi Lyrics in Hindi) – Raja Kumari, Abhinav Shekhar | Rahu Ketu

क़िस्मत की चाबी के बोल | Rahu Ketu फिल्म का ज़ोरदार ट्रैक। Raja Kumari और Abhinav Shekhar की धाकड़ आवाज़ों में। अपनी किस्मत खुद लिखने का यह एन्थम पूरे लिरिक्स पढ़ें।

Kismat Ki Chaabi Song Poster from Rahu Ketu

Kismat Ki Chaabi Lyrics in Hindi – Full Song Lyrics (क़िस्मत की चाबी)

धनिया, पुदीना, बो.. बो.. बो गए हैं,
अतरंगी क़िस्से में, सब खो गए हैं

पेपर पे लगा के थूक
गए सब फूँक, लगी फिर भूख
पड़े सब टूट ऐसे, लंगर हो जैसे
अंदर का कुत्ता, बंदर के जैसे

करतब दिखाए, बिना हिचकिचाए
फुल टू नचाए, सब होश उड़ाए
लालच बढ़ाए, सबकी जलाए
और सारे बोले, क़िस्मत की खाए

अरे राहु हो या केतु हो
मैं तो दोनों पे भारी हूँ
ये दुनिया मेरी सर्कस है
और मैं इसकी मदारी हूँ

अरे राहु हो या केतु हो
मैं तो दोनों पे भारी हूँ
ये दुनिया मेरी सर्कस है
और मैं इसकी मदारी हूँ

ग्रह ख़राब, बिल्ली काटे रास्ता,
कर्म बोले मैं तो पहले से मस्त था,
कसूरी मेथी लेके ढूँढते जमूरे कहाँ
कुंडली में बैठा शनि बाँध के बस्ता

डायरी के क़िस्से, मेरे हिस्से,
लिखूँ मैं क़िस्मत,
जड़ी-बूटी घिस के

नशा है बढ़ता, आँखें गुलाबी,
पास मेरे, क़िस्मत की चाबी

अरे राहु हो या केतु हो
मैं तो दोनों पे भारी हूँ
ये दुनिया मेरी सर्कस है
और मैं इसकी मदारी हूँ

अरे राहु हो या केतु हो
मैं तो दोनों पे भारी हूँ
ये दुनिया मेरी सर्कस है
और मैं इसकी मदारी हूँ

बस कांड कराए नादानी
और साँस बढ़ाए बेताबी
जहाँ जंग लगी ताले में फिर
लग जाए क़िस्मत की चाबी

बस कांड कराए नादानी
और साँस बढ़ाए बेताबी
जहाँ जंग लगी ताले में फिर
लग जाए क़िस्मत की चाबी

गीतकार: अभिनव शेखर


About Kismat Ki Chaabi (क़िस्मत की चाबी) Song

यह गाना "क़िस्मत की चाबी", movie Rahu Ketu का है, जिसमें Pulkit Samrat, Varun Sharma और Shalini Pandey मुख्य कलाकार हैं, यह गाना Zee Music Company द्वारा रिलीज़ किया गया है, singer Raja Kumari ने इसे गाया है, music composer और lyrics Abhinav Shekhar के द्वारा तैयार किए गए हैं, backing vocals Stuti Vijayvergiya Mishra ने दिए हैं।

गाने के lyrics की बात करें, तो इसमें धनिया, पुदीना जैसे शब्दों से शुरुआत होती है, और कहानी एक अतरंगी क़िस्से के इर्द-गिर्द घूमती है, lyrics में जीवन की चुनौतियों और मौक़ों का ज़िक्र है, जैसे कि "पेपर पे लगा के थूक" और "लालच बढ़ाए, सबकी जलाए" जैसी पंक्तियाँ इंसानी महत्वाकांक्षाओं और संघर्ष को दर्शाती हैं, गाने का मुख्य भाग "अरे राहु हो या केतु हो" पर आकर केंद्रित होता है, जहाँ गायक खुद को दुनिया की इस सर्कस का मदारी बताते हैं, और क़िस्मत पर अपनी पकड़ का दावा करते हैं।

आगे के हिस्से में, ग्रहों और ज्योतिष के संदर्भ हैं, जैसे "ग्रह ख़राब" और "कुंडली में बैठा शनि", जो भारतीय संस्कृति में क़िस्मत से जुड़े विश्वासों को दर्शाते हैं, गाना "नशा है बढ़ता, आँखें गुलाबी, पास मेरे, क़िस्मत की चाबी" जैसी पंक्तियों के साथ एक आशावादी संदेश देता है, कि चुनौतियों के बावजूद, क़िस्मत की चाबी हमारे पास ही है, अंत में, "जहाँ जंग लगी ताले में फिर, लग जाए क़िस्मत की चाबी" कहकर यह गाना एक प्रेरणादायक नोट पर समाप्त होता है, जो जीवन में आशा और हिम्मत बनाए रखने का संदेश देता है।


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