गुब्बारे गाने के लिरिक्स | Mohit Chauhan की मधुर आवाज़ में 'Tikdam' का यह भावुक गीत बचपन की मासूम इच्छाओं और सादगी भरे सपनों को दर्शाता है।
Gubbare Lyrics in Hindi – Full Song Lyrics (गुब्बारे)
छोटे-छोटे नन्हें, नन्हें सपने हैं हमारे
थोड़ी सी ही खुशियां
मांगे थोड़े से गुब्बारे
छोटे-छोटे नन्हें, नन्हें सपने हैं हमारे
थोड़ी सी ही खुशियां
मांगे थोड़े से गुब्बारे
हम चिट्ठी बांध के आसमान में
गुब्बारे छोड़ दें
और चिट्ठी में हम गॉड को
सब दिल की बोल दें
हम चिट्ठी बांध के आसमान में
गुब्बारे छोड़ दें
और चिट्ठी में हम गॉड को
सब दिल की बोल दें
चिट्ठी में बताए हम अपनी परेशानी
छोटी सी उम्र की, एक लंबी सी कहानी
हम गॉड से बोले कि हमें बस पापा चाहिए
हम गॉड से बोले कि हमें बस पापा चाहिए
कपड़े, खिलौनों, जूतों से ज्यादा चाहिए
कपड़े, खिलौनों, जूतों से ज्यादा चाहिए
छोटे-छोटे नन्हें, नन्हें सपने हैं हमारे
थोड़ी सी ही खुशियां, मांगे थोड़े से गुब्बारे
गीतकार: विवेक अंचालिया
About Gubbare (गुब्बारे) Song
यह गाना "गुब्बारे" है, जो Jio Cinema के series "Tikdam" का है, जिसमें Amit Sial, Arisht Jain और Arohi Saud मुख्य कलाकार हैं।
यह गाना बच्चों की मासूम इच्छाओं और छोटी-छोटी खुशियों के बारे में है, जिसमें lyrics कहते हैं कि हमारे छोटे-छोटे सपने हैं, थोड़ी सी खुशियाँ और कुछ गुब्बारे चाहिए।
गाने को Mohit Chauhan ने गाया है, जिनकी आवाज़ इसे भावनात्मक गहराई देती है, और music Daniel B. George ने compose किया है, जबकि lyrics Vivek Anchalia ने लिखे हैं।
इस गाने की कहानी में, बच्चे अपनी छोटी-छोटी परेशानियों और इच्छाओं को एक चिट्ठी में लिखकर गुब्बारों से आसमान में भेजते हैं, ताकि God तक उनकी बात पहुँच सके।
वे कहते हैं कि हम चिट्ठी बाँधकर गुब्बारे आसमान में छोड़ दें, और उसमें God को अपने दिल की सारी बातें बता दें, चिट्ठी में वे अपनी छोटी उम्र की लंबी कहानी और परेशानियाँ बताते हैं।
आखिरी हिस्से में, बच्चे God से कहते हैं कि हमें कपड़ों, खिलौनों या जूतों से ज़्यादा सिर्फ पापा चाहिए, जो इस गाने को भावनात्मक रूप से बहुत मार्मिक बनाता है।
यह गाना Times Music के अंतर्गत आता है, और यह साधारण खुशियों, बचपन की मासूमियत और गहरी भावनाओं को बहुत ही सुंदर तरीके से दर्शाता है, जिसे हर उम्र के लोग आसानी से समझ और महसूस कर सकते हैं।