ये सिलसिला गीत के बोल – Javed Ali की आवाज़ में। Woh Bhi Din The का यह इमोशनल गाना एकतरफा प्यार और इंतज़ार की कहानी कहता है। Irshad Kamil के लिरिक्स और Joi Barua का संगीत।
Yeh Silsila Lyrics in Hindi – Full Song Lyrics (ये सिलसिला)
कल से चला कल पे रुका
रोजाना दिल का मामला
कहता है दिल दिल की कहे
होता नहीं हौसला
वो दिखती है रोज ही
मैं रोज हूं देखता
बढ़ता नहीं, आगे कहीं
कितने साल से,
अटका है वही
ये सिलसिला
बढ़ता नहीं, आगे कहीं
कितने साल से,
अटका है वही
ये सिलसिला
तीखी धूप हो या हो बारिशें
रहता खड़ा मोड़ पे
सारा ही जहां लगता है बुरा
एक बस उसे छोड़ के
मैं चाहता हूं यही
वो जान ले अनकही
वो बात को
समझी नहीं
कितने साल से
अटका है वही
ये सिलसिला
बढ़ता नहीं, आगे कहीं
कितने साल से,
अटका है वही
ये सिलसिला
दिल उलझनों में घिरा
है ढूँढ़ता वो सिरा
जाता हो उस तक जो, छुपके !
हो खाली सारा शहर
मैं जाके फिर उसके घर
कह डालू सब छुपके, छुपके से !
तुम लाजवाब हो हुस्न सैलाब हो
तुम ख्वाबों का ख्वाब हो
वो मर मिटे, तारीफ से
धीमे से हँसे, बाहों में कसे
वो मर मिटे !
वो मर मिटे, तारीफ से
धीमे से हँसे, बाहों में
फिर ना हटे !
बढ़ता नहीं, आगे कहीं
कितने साल से,
अटका है वही
ये सिलसिला
बढ़ता नहीं, आगे कहीं
कितने साल से,
अटका है वही
ये सिलसिला...!!!
गीतकार: इरशाद कामिल
About Yeh Silsila (ये सिलसिला) Song
यह गाना "ये सिलसिला" है, जो movie "Woh Bhi Din The" से है, इसे singer Javed Ali ने गाया है, music composer Joi Barua ने दिया है और lyrics Irshad Kamil ने लिखे हैं, यह गाना Zee Music Company के अंतर्गत आता है, और movie में Rohit Saraf, Adarsh Gourav, Sanjana Sanghi, Charu Bedi और Zeishan Quadri जैसे actors हैं।
गाने के lyrics एक ऐसे इंसान की कहानी बताते हैं जो प्यार के एक लंबे "सिलसिले" में फंसा हुआ है, वह रोज उस व्यक्ति को देखता है, उसका दिल बहुत कुछ कहना चाहता है, लेकिन हौसला नहीं बन पाता, यह सिलसिला सालों से एक ही जगह अटका हुआ है, आगे नहीं बढ़ पा रहा, चाहे तेज धूप हो या बारिश, वह हमेशा उसी मोड़ पर खड़ा रहता है, पूरी दुनिया बुरी लगती है, सिवाय उस एक शख्स के, वह चाहता है कि वह व्यक्ति उसकी अनकही बात समझ जाए, लेकिन वह समझती नहीं, और यह सिलसिला वैसा का वैसा ही रह जाता है।
वह अपने दिल की उलझनों से घिरा, उस रिश्ते का सिरा ढूंढता है, वह चुपके से उस तक पहुंचना चाहता है, खाली शहर में उसके घर जाकर सब कुछ कह देना चाहता है, वह उसकी तारीफ करता है, कहता है "तुम लाजवाब हो, हुस्न सैलाब हो, तुम ख्वाबों का ख्वाब हो", वह चाहता है कि वह उसकी तारीफ सुनकर धीमे से हंसे और उसे बाहों में कस ले, और फिर कभी न हटे, लेकिन फिर भी यह सिलसिला आगे नहीं बढ़ता, सालों से वही का वही अटका हुआ है, यह गाना एक-sided love, इंतज़ार, और emotional deadlock की beautiful expression है।