मुसाफ़िर के Lyrics | Zufash का introspective journey song। Amit Mishra की soulful आवाज़। एक traveler की self-discovery की beautiful story। पूरे बोल यहाँ।
Musafir Lyrics in Hindi – Full Song Lyrics (मुसाफ़िर)
मुसाफिर हूँ, मुसाफिर हूँ, हो
मंजिल ढूंढते हुए
जुगनू की है तलाश कहीं
तूफ़ान सा है मन में बसा
जुनून है ख्वाबों का अपना
अपना है सारा जहानमुसाफिर हूँ, हो, मुसाफिर हूँ
अरमान दिल में कई
अरमान दिल में कई
मुसाफिर हूँ, हो, मुसाफिर हूँधड़कनों में गुनगुनाती है
बेताब मेरी ख्वाहिशें
फिजाओं में ढूंढता फिरूँ
तेरे कदमों की बारिशेंजुगनू की है तलाश कहीं
तूफ़ान सा है मन में बसा
जुनून है ख्वाबों का अपना
अपना है सारा जहानमुसाफिर हूँ, हो, मुसाफिर हूँ
अरमान दिल में कई
अरमान दिल में कई
मुसाफिर हूँ, हो, मुसाफिर हूँ
गीतकार: प्रदीप शर्मा खुसरो
About Musafir (मुसाफ़िर) Song
Musafir फिल्म Zufash का एक खूबसूरत गाना है, जो melody और emotion का बेहतरीन मेल है। इसे Amit Mishra ने गाया है और Tappan Dutta ने compose किया है। Pradeep Sharma Khusro के lyrics में एक traveler की journey, खुद की तलाश, और सपनों की चाहत को दर्शाया गया है। जैसे "Jugnu Ki Hai Talash Kahin, Toofaan Sa Hai Man Mein Basa" जीवन की उथल-पुथल में रोशनी की तलाश को दिखाता है। Garage Gully Records द्वारा release किया गया यह गाना हर उस व्यक्ति के दिल को छूता है जो adventure और unknown को explore करने की चाह रखता है।