मैं नहीं मानता के लिरिक्स | जेएनयू का विद्रोही एन्थम। Piyush Mishra का गायन और गहन सामाजिक संदेश। सिस्टम के खिलाफ आवाज़।
Main Nahi Manta Lyrics in Hindi – Full Song Lyrics (मैं नहीं मानता)
बूढ़े बाबा की आंखों में आंसू दिखे
कौड़ियों से भी सस्ते जो रिश्ते बिके
थी जो अर्धांगनी बहुत बेबस खड़ी
उसके बच्चों की थाली में रोटी नहीं
इंटेलेक्चुअलिटी है झूठी बातें बड़ी
मैं नहीं मानता, मैं नहीं जानता
मैं नहीं मानता, मैं नहीं जानता
पूंजीवाद से मुझको डराते हो क्यों
मुझको लेनिन के सपने दिखाते हो क्यों
चे गुवारा है जो सिर्फ चेहरा है वो
उसके जज्बात को, उसके अंदाज को
मैं नहीं मानता, मैं नहीं जानता
मैं नहीं मानता, मैं नहीं जानता
हां कुछ ऐसी ही मेरी कहानी रही
लाल रंग की जद में जवानी रही
होश आया है अब साफ दिखता है सब
इस खुले झूठ को जहन की लूट को
मैं नहीं मानता, मैं नहीं जानता
मैं नहीं मानता, मैं नहीं जानता
मैं नहीं मानता, मैं नहीं जानता
मैं नहीं मानता, मैं नहीं जानता...!!!
गीतकार: दानिश राणा
About Main Nahi Manta (मैं नहीं मानता) Song
यह गाना "मैं नहीं मानता" movie JNU - Jahangir National University से है, जिसे Piyush Mishra ने गाया है और Vijay Verma ने इसका music दिया है, lyrics Danish Rana द्वारा लिखे गए हैं, यह गाना Zee Music Company पर उपलब्ध है।
इस गाने के lyrics बहुत deep और social message देने वाले हैं, शुरुआत में lyrics कहते हैं "बूढ़े बाबा की आंखों में आंसू दिखे, कौड़ियों से भी सस्ते जो रिश्ते बिके", यह समाज में बुजुर्गों की दुर्दशा और relationships के बिखराव को दिखाता है, फिर आगे कहा गया है "थी जो अर्धांगनी बेबस खड़ी, उसके बच्चों की थाली में रोटी नहीं", जो एक माँ की मजबूरी और गरीबी का दर्द बयाँ करता है।
गाने का मुख्य भाग "मैं नहीं मानता, मैं नहीं जानता" बार-बार repeat होता है, जो एक तरह से system के खिलाफ आवाज़ उठाने जैसा है, lyrics में intellectual लोगों की झूठी बातों पर सवाल उठाया गया है, जैसे "इंटेलेक्चुअलिटी है झूठी बातें बड़ी"।
फिर गाना capitalism और political ideologies पर चर्चा करता है, जैसे "पूंजीवाद से मुझको डराते हो क्यों, मुझको लेनिन के सपने दिखाते हो क्यों", और Che Guevara का जिक्र करके यह दिखाया गया है कि कैसे क्रांति के symbols को सिर्फ एक चेहरा बना दिया गया है।
अंत में, गाना personal journey के बारे में बताता है, "हां कुछ ऐसी ही मेरी कहानी रही, लाल रंग की जद में जवानी रही", जो youth के idealism और बाद में आई जागृति को दर्शाता है, lyrics कहते हैं "होश आया है अब साफ दिखता है सब, इस खुले झूठ को जहन की लूट को", यानी अब सच्चाई सामने आ गई है और झूठ को पहचान लिया गया है, और फिर से "मैं नहीं मानता" का powerful repetition होता है, जो गाने को strong emotional impact देता है।
Overall, यह गाना social issues, political commentary और personal rebellion को mix करता है, जिससे यह listeners को सोचने पर मजबूर कर देता है।